नए साल की पूर्व संध्या पर, हमारे परम प्रिय सुप्रीम मास्टर चिंग हाई जी, जो हमारी दुनिया के लिए सदा गहन ध्यान कर रहे हैं, उन्होंने अपना कुछ कीमती समय निकाल कर सुप्रीम मास्टर टेलीविजन समुह के साथ कुछ और कहानीयां साझ कि, जिसे उन्होंने इस पुस्तक से स्नेह पुर्वक अनुवाद किया,"यहूदीयों की लोककथा का खजाना" जिसे गुयेन उक ने संकलित किया है। एक कहानी यह बर्णन करती है की किस तरह रेगिस्तान में एक रहस्यमय सुंदर महिला से मिलने और उससे शादी करने के बाद एक आदमी के स्वास्थ्य में भारी बदलाव आता है।
एक दिन, ऐसा हुआ कि उसकी पत्नी बाहर गई थी, एक दरवेश था जो उस इलाके में गया वह फिर उनके घर के पास से गुज़रा, और वह कुछ भिक्षा माँगने दरवाजे पर गया। फिर उसने इस युवक को देखा, और उसने उससे पूछा, "अरे, तुम इतने बीमार क्यों दिख रहे हो?" युवक ने कहा, "मुझे भी नहीं पता। और कोई भी डॉक्टर नहीं जानता कि कौन सी बिमारी है। इसलिए वे भी मेरा इलाज नहीं कर सकते। और फिर, दिन-प्रतिदिन, मैं और कमजोर हो रहा हूं। मुझे नहीं पता कि मैं ठिक भी हो जाउंगा।” तब दरवेश पुजारी ने उससे कहा, “यहाँ आओ। मुझे अपना हाथ दो। मैं एक बार देखता हूं।" वह उसकी हथेली देख रहा था, और उसने उससे कहा, "तुम्हारी पत्नी है, है ना?" उसने कहा, “हां, हां। मै शादी शुदा हुं।" तो दरवेश ने उससे पूछा, "क्या तुम रात में अपनी पत्नी के साथ सोते हो?" युवक ने कहा, “अवश्य। बेशक।" "हाँ, लेकिन क्या तुमने कभी देखा कि तुम्हारी पत्नी आधी रात को उठती है और कमरे से बाहर जाती है?" उसने कहा, "नहीं, मैंने कभी ध्यान नहीं दिया।" फिर दरवेश ने उससे कहा, “मुझे तुम्हें कुछ अफसोस के साथ बताना है, कि तुम्हारी पत्नी इंसान नहीं है। वह एक साँप है…”
दुसरी कहानी, "दो पत्नी वाला इंसान" में बर्णन किया गया है कि किस तरह एक भूत पत्नी के परिवार ने घर पर अपना अधिकार जताने की कोशिश की।
“केवल हम ही हैं जो जौहरी के परिवार से बचे हैं इसलिए हम इसके उत्तराधिकारी हैं। इसलिए, हम इस जगह के मालिक हैं क्योंकि यह हमारे पूर्वजों से है, हमारे पिता और वंश से है।”
भूत ने अपनी कहानी बताने के बाद, घर के मौजूदा मालिक, खड़े हुए और उसने भी शिकायत व्यक्त की। उन्होंने अदालत के अधिकारियों से कहा, "जज साहब, हमने इस घर को अपनी मेहनत की कमाई से खरीदा है, इसलिए हम उस घर के असली मालिक हैं। इसके विपरीत, भूतों का यह समूह, जिसने घर पर अतिक्रमण किया है, यह उसके उत्तराधिकारी नहीं हो सकते। इसके विपरीत, उन्हें मनुष्यों के बीच नहीं रहना चाहिए।” अदालत ने कहानी के दोनों पक्षों को सुनने के बाद बैठ कर कहानी पर चर्चा की। और बाद में, अदालत के अधिकारियों के प्रमुख ने इस प्रकार एक फैसला किया...
आपके साथ अगर ईमानदार हों तो, यहाँ के भूत, वे हमारी दुनिया में कई अन्य लोगों की तुलना में अधिक हक़ थे, मानव, जो किसी भी तरह से किसी और को नेत्रहीन होकर, कानूनी या ग़ैर-क़ानूनी रूप से लूटने के लिए कोई रास्ता ढूंढते हैं। और हमेशा मजबूत पक्ष जीतता है। लगभग वैसा ही।
बहुत से लोगों की तरह, जैसे वह बहुत स्वतंत्र देश में रहते हैं, वे इसे संजोते नहीं हैं। वे स्वतंत्रता का दुरुपयोग करते हैं। वे देश के लिए, सरकार के लिए, पुलिस के लिए मुसीबत बनाने के लिए हर तरह के काम करते हैं, क्योंकि वे कुछ देशों में, जो करना चाहते हैं, वे करने के लिए मुक्त हैं। जब तक उनके पास अब नहीं होता है, और तब वे फिर से वही करते हैं, विरोध भी करते हैं। गैर-स्वतंत्रता का विरोध करते हैं और फिर शिकायत करते हैं कि सरकार उन्हें स्वतंत्रता नहीं देती है, यह लोकतांत्रिक नहीं है, और यह सब।
गुरुवर ने कृपा पुर्वक भूतों के बारे में सवालों के जवाब दिए और बताया कि उन्होंने वह कहानियाँ क्यों साझा की है।
और मुझे अक्सर लगता है कि समय बहुत कम है। अगर मैं अभी ऐसा नहीं करती हूं, तो मुझे नहीं पता कि मैं कब उसे करुंगी। और जो कुछ भी मैं तुमसे कहती हूं, वह ऐसा है जैसे मैं पूरी दुनिया को बता रही हूं। यह इस तरह है। तो हर किसी को कहानी के माध्यम से किसी न किसी तरह से लाभ होगा। उन्हें इस भौतिक शरीर या भौतिक अस्तित्व से अधिक कुछ सोचने के लिए दें। उनके मन को, कुछ समय के लिए, जीवन के साज़िश के तथ्य पर अधिक भितर जाकर और चिंतन करने दें। जीवन वास्तव में बहुत छोटा है। और उनके लिए यह जानना भी जरुरी है की सुंदर रूप हमेशा अच्छा नहीं होता है। भूत की तरह चिकनी बात करना पति से उस तरह संपती का स्वामित्व लेने के लिए उसे आकर्षित करने की कोशिश करना यह भी अच्छा नहीं है।
गुरुवर ने नव वर्ष के लिए अपनी शुभकामना भी व्यक्त की।
मैं चाहती हूं कि सारी दुनिया आत्मज्ञानी हो। (हां जी, मास्टर।) विश्व वीगन, विश्व शांति के बाद, उन्हें आत्मज्ञानी होना चाहिए। यह उससे भी बढ़िया है। लेकिन अभी, मैं इससे ज्यादा इच्छा करने की हिम्मत नहीं करती। यह सिर्फ विश्व वीगन और विश्व शांति है। यह भी मेरे लिए अहोभाग्य है। लेकिन आत्मज्ञान सबसे अच्छी चीज है जो हम प्राप्त कर सकते है।
नए साल का स्वागत करने का कितना बढ़िया तरीका है – आपके साथ समय बिताना, सुप्रीम मास्टर चिंग हाई जी! हमारी गहरी कृतज्ञता, परम दयालु गुरुवर, आपके सदाबहार ज्ञान और प्रेम के लिए, हमेशा धैर्यपूर्वक हमें और दुनिया को एक अधिक ज्ञान के मार्ग और सभी के लिए सबसे अनमोल उपहार की पेशकश के रुप में क्वान यिन विधि के माध्यम से आत्मज्ञान प्रदान करने के लिए। 2021 वह साल हो जिस पर आपकी सभी इच्छाएं पूरी हों। हम उत्कृष्ट स्वास्थ्य, ज्यादा शांति और खुशी के लिए गुरु के लिए प्रार्थना करना जारी रखते हैं और वह हमेशा के लिए शक्तिशाली परम ईश्वर द्वारा संरक्षित हों ।
सुप्रीम मास्टर चिंग हाई जी के साथ इस सम्मेलन के पूर्ण प्रसारण के लिए, बाद की तारीख में गुरु और शीष्यों के बिच कार्यक्रम को देखें।