विवरण
डाउनलोड Docx
और पढो
“वह गतिशील या अचल प्राणियों को नहीं मारता, न ही उनकी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हत्या कराता है, न ही वह दूसरे को उनकी हत्या करने की सहमति देता है। इस तरह भिक्षु सकल कर्म को पाना बंद कर देता है, खुद को नियंत्रित करता है, और पापों से दूर रहता है।”