खोज
हिन्दी
 

कबीर (शाकाहारी) के गीत: गीत ३१-५०, दो का भाग १

विवरण
और पढो
"शुरुआत से समय के अंत तक, आपके और मेरे बीच  प्रेम है; और कैसे ऐसा प्रेम बुझाया जा सकता है? कबीर कहते हैं: 'जैसे नदी सागर में प्रवेश करती है, वैसे ही मेरा ह्रदय आपको छूता है।'''
और देखें
सभी भाग (1/2)
1
ज्ञान की बातें
2021-03-29
2842 दृष्टिकोण
2
ज्ञान की बातें
2021-03-30
2217 दृष्टिकोण