करुणा, विश्वास और संतोष के: सुत्ता निपाता से अंश, 2 का भाग 12024-02-12ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो"जैसे एक माँ अपनी जान जोखिम में डालकर अपने बच्चे, अपने इकलौते बच्चे की देखभाल करती है, वैसे ही हर किसी को सभी प्राणियों के प्रति असीम (मैत्रीपूर्ण) मन विकसित करना चाहिए।"