विवरण
और पढो
ये कुत्ते बहुत संवेदनशील होते हैं। अगर मैं उन्हें नजरअंदाज करती हूं या बहुत ज्यादा मेहनत करती हूं और उन्हें प्यार नहीं करती या उनसे बात नहीं करती, तो वे परेशान होने लगते हैं। कुछ चुपचाप परेशान हैं - खामोश आँसू; कुछ ऊँचे होते हैं। […] और अगर मैं फिर भी उन्हें नजरअंदाज करती हूं, तो वे दरवाजे, गेट तक जाते हैं, बाहर निकलना चाहते हैं, अपने दूसरे क्वार्टर में वापस जाना चाहते हैं - विरोध जताते हुए। “हम यहाँ से बाहर हैं। हमें यहां आपसे भीख मांगने की जरूरत नहीं है।'' अरे यार, ऐसा कुत्ता(-लोग)। इतना संवेदनशील! […] तो, वे बस मुझे दिखाते हैं कि, “हमें कहीं जाना है। ऐसा नहीं है कि हमें कहीं जाना नहीं है।” […]